मैंने नहीं वापस किया बसपा का टिकट,बसपा ने खुद काटा श्रीकला का टिकट

 मैंने नहीं वापस किया बसपा का टिकट

बसपा ने काटा मेरा टिकट



बसपा द्वारा श्रीकला सिंह का टिकट काटकर पूर्व सांसद श्यामसिंह यादव को प्रत्याशी बनाये जाने के बाद पूर्व सांसद धनन्जय सिंह ने कहा कि टिकट कटने से मैं और मेरी पत्नी आहत है।श्रीकला का टिकट काटकर मुझे डिफेम करने की साज़िश की गई है।यदि मैं मैदान में होता तो मैं निर्दलीय चुनाव लड़ता।धनन्जय से पूरे दावे के साथ कहा कि जिसे मेरे लोग चाहेंगे वही यहाँ से चुनाव जीतेगा।

आज सुबह अचानक बसपा ने जौनपुर सीट की प्रत्याशी जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकला सिंह का टिकट काटकर निवर्तमान सांसद श्यामसिंह यादव को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। बसपा के वाराणसी जोन कॉडिनेटर  ने बताया कि श्रीकला के पति पूर्व सांसद धनन्जय सिंह ने खुद से टिकट वापस किया है। 

बसपा नेता के इस बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व  सांसद ने कहा बीएसपी मुझे अच्छी तरह से जानती है।बसपा के नए नेता शायद मुझे नही जानते है । धनन्जय सिंह ने कहा कि 2002 में बसपा सरकार में मुझे फर्जी मुकदमे में जेल भेजा गया । 2011 में जब मायावती सीएम थी।उस समय मैं बसपा का सांसद था। मेरी किसी बात को लेकर मुख्यमंत्री से अनबन हो गई थी।मुझे जौनपुर आने से रोकने के लिए जिले में धारा 144 लगा दिया गया था।, दिल्ली के पत्रकारों ने मुझसे कहा आप जौनपुर मत जाइए इसके बाउजूद मैं जौनपुर आया।टीडी कालेज में 10 हजार से अधिक भीड़ के साथ सभा भी किया।उसके बाद मुझे फर्जी मुकदमों में जेल भेज दिया गया।मुझे पहले से ही आशंका था कि मेरे पत्नी का टिकट काट दिया जयेगा। चूंकि मैं जेल में था।बसपा के लोगो ने मायावती से मेरी पत्नी की बात कराकर टिकट दिलवाया था। जिसमे मेरा कोई रोल नही था । उन्होंने कहा मैं चुनाव  निर्दल ही लड़ता । उन्होंने साफ कहा कि मेरी किसी भी दल के बड़े नेता से कोई बात हुई है।ना तो मैंने किसी के दबाव में टिकट वापस किया है। यह मुझे डिफेम करने की साज़िश हुई है।

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