आजीवन दादी ने नहीं किया दवाओं का प्रयोग





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(जौनपुर)


बढ़ते प्रदूषण,कीटनाशकों एवं रसायनों के बढ़ते प्रयोग के कारण आदमी की औसत उम्र जहां मात्र 60 वर्ष मानी जा रही है।वही 110 वर्ष तक जीवित रह कर दादी ने एक रिकॉर्ड कायम किया।

महराजगंज के इब्राहिमपुर निवासी 110 वर्षीया सकीना खातून पत्नी अशरफ अली रसायनिक एवं एलोपैथिक दवाओं का प्रयोग अपने जीवन काल में कभी नहीं किया। जहां लोग प्रतिदिन सुबह-सुबह रसायन मुंह में भरकर मंजन करते हैं।लेकिन दादी आज भी दातुन से ही अपना दांतो को साफ करती रहीं। उन्होंने अपने जीवन काल में कभी भी मांसाहार का प्रयोग नहीं किया। केवल शाकाहार के भरोसे इतनी लंबी उम्र तक जीवन जीकर उन्होंने साबित कर दिया कि शाकाहार के भरोसे भी लंबा जीवन जिया जा सकता है। इस प्रकार प्राकृतिक जड़ी बूटियों के भरोसे रह कर बिना दवाओं के प्रयोग किए 110 वर्ष तक जीवन जीकर दादी ने लोगों के लिए एक मिसाल कायम किया कि हमें भी रासायनिक दवाओं एवं रसायनों पर अपनी निर्भरता कम करनी चाहिए।तभी  हम अपनी उम्र बढ़ा सकते हैं।

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